वर्ष के आरंभ में गुरु महाराज आपके तीसरे पराक्रम भाव में होंगे जिससे आपके पराक्रम में वृद्धि होगी | परिश्रम ही पारसमणि साबित होगी | परिवार या भाई के जीवन में शुभ मंगल प्रसंग आएंगे | आपको अपनी मेहनत परिश्रम का अच्छा फल देखने को मिलेगा | स्थायी प्रोपर्टी से सबंधित कार्यो में रूकावट के…